:- पंकज यादव
*पुलिस और जनता दोनों एक-दूसरे को देखने का नजरिया बदलें-अमित शाह*
*आईपीसी-सीआरपीसी में बदलाव करेगी सरकार: कांस्टेबल से डीजीपी तक एक फोर्स के रूप में काम करें*
*गृहमंत्री ने कहा-योगी जी ने यूपी की कानून-व्यवस्था को सुधारा है*
लखनऊ। आज समय की जरूरत है कि जनता और पुलिस दोनों एक-दूसरे को देखने का नजरिया बदलें। गृहमंत्री अमित शाह ने आज लखनऊ के शहीद पथ पर पुलिस मुख्यालय में आयोजित 47वीं अखिल भारतीय पुलिस साइंस कांग्रेस अधिवेशन के दूसरे दिन अपने समापन भाषण में यह बात कही। उन्होने कहा कि इस तरह के कार्यक्रमो के समाधान को नीचे तक लागू करना चाहिए। गृह मंत्रालय की भी जिम्मेदारी है कि केंद्र और राज्यों के बीच मे समन्वय का काम करे।
गृहमंत्री ने कहा कि जनता को अनुभूति करना होगा कि जब लोग त्यौहार मना रहे होते है तब हमारे जवान काम कर रहे होते हैं। उच्च अधिकारियों की भी जिम्मेदारी है कि सभी पुलिस वालों के अंदर कार्य गर्व पैदा करें। मोदी जी के आने के बाद अर्थ व्यवस्था को मजबूत करने का काम हो रहा है। दुश्मन को कहीं भी जगह देने की जरूरत नही है, मुझे भरोसा है कि हम मोदी जी के सपने को पूरा कर सकते है, इसके लिए इंटरनल सिक्योरिटी को मजबूत करने की जरूरत है। सिर्फ टेक्नोलॉजी से नही भवनाएं भी होना जरूरी है, अच्छी बिल्डिंग से कुछ नही होता भावना अच्छी होनी जरूरी है।
अमित शाह ने कहा कि मोटिवेशनल लीडरशिप के बिना कुछ नही हो सकता। आज मैं गर्व से कह सकता हूं कि योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था को सुधारा है। सफलता तभी मिलेगी जब कांस्टेबल से डीजीपी तक एक फोर्स के रूप में काम करें। गृहमंत्री अमित शाह ने आज एक बड़ी बात कही कि इसी सत्र में सरकार आईपीसी-सीआरपीसी में बदलाव करेगी, इस बदलाव के लिए सभी को चर्चा करनी चाहिए, अपने विचार दें। उन्होने कहा कि सरकार पुलिस विश्वविद्यालय का निर्माण भी करेगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद व डीजीपी ओपी सिंह सहित कई वरिष्ठ पुलिस अधिकारी समारोह में उपस्थित थे।