चाकघाट बघेड़ी के कृषि उपज मंडी में संचालित धान खरीदी केन्द्रों में बड़ी लापरवाही सामने देखने को मिला जहाँ बोरी में भरे खुले आसमानो के तले रखे हज़ारों क्विंटल धान पानी से भीग गया जिसके कारण सरकार को भारी नुकसान हुआ, शासन द्वारा सारी सुविधाएं दिये जाने के बावजूद बड़ी लापरवाही देखने को मिल रही है, कृषि उपज मण्डी समिति के प्रबंधकों द्वारा कागजों में ही सारी सुविधाएं दिखाकर कर फर्जी राशि निकाल ली जाती है। वहीं किसानों द्वारा बताया गया है कि पन्द्रह रुपये प्रति क्विंटल की रेट से धान की तौलाई के समय किसानों से वसूल किया जाता है और वजन 41 किलो 400 ग्राम लिया जाता हैं एवं किसानों के लिये कोई भी समुचित सुविधाएं उपलब्ध नही करायी गयी है वहीं आवारा पशु मण्डी के अन्दर घूमते व धान से भूख मिटाते नजर आये। जब कृषि उपज मंडी बेघड़ी में संचालित खरीदी केंद्र में जब इतनी अव्यवस्था देखने को मिल रही है तो अन्य खरीदी केन्द्रों की सुविधाओं का क्या हाल होगा। त्योंथर क्षेत्र के तमाम खरीदी केन्द्रों में लगभग यहीं हाल हैं मौसम विभाग के अलर्ट के बावजूद भी समिति प्रबंधक बारिश से धान को सुरक्षित रखने में नाकाम रहें जिसके कारण शासन को काफी क्षति हुई हैं।
भारी बारिश में दिखी धान खरीदी केन्द्रो की बड़ी लापरवाही