बघेड़ी चाकघाट। चाकघाट में कोटेदार की भ्रष्टाचारी कम होने का नाम नहीं ले रहीं हैं भ्रष्ट कोटेदारों के द्वारा गरीबो के निबाले पर जमकर गोलमाल और कालाबजारी किया जा रहा हैं। रीवा के तत्कालीन कलेक्टर ओमप्रकाश श्रीवास्तव जी के द्वारा कार्यवाहीं किये जाने के बावजूद भ्रष्ट कोटेदार अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहें हैं। चाकघाट वार्ड क्रमांक-10 के हितग्राही नीतू हरिजन, गोलू हरिजन, प्रेमावती देवी सहित अन्य लोगो द्वारा बताया गया कि रमदेइया कोटेदार का लड़का पप्पू सोनी द्वारा उन्हें पात्रता पर्ची से कम राशन दिया हैं इसकी जानकारी उन्हें तब लगी जब कोटेदार द्वारा दिये गए राशन को बाजार में तौलाई की, हितग्राहियों का कहना हैं कि जब कोटेदार के यहाँ राशन लेने गये थे तब कोटेदार के काटे पर सहीं तौल दिखाई दे रहीं थी वहीं जब राशन की तौलाई बाजार में की तो दो किलो, तीन किलो कम राशन निकला जिससे वह अपने आप को ठगा महसूस कर रहें हैं वहीं समाजसेवी द्वारा इस विषय की जानकारी फोन के माध्यम से त्योंथर एसडीएम एमपी बरार सहित जिला अपूर्ति अधिकारी राजेन्द्र सिंह ठाकुर को दी हैं। हितग्राहियों द्वारा यह भी बताया गया की पीडीएस मशीन से निकलने वाली पर्ची को हितग्राहियों को नहीं दी जाती हैं जबकी एक प्रति रिसीविंग हितग्राहियों को मिलना चाहिए। शायद हितग्राहियों के पास प्रमाण ना रहें इसी वजह से कोटेदार द्वारा उन्हें रिसीविंग नहीं दी जाती हैं। आपको बता दे कि हालांही में तत्कालीन रीवा कलेक्टर ओमप्रकाश श्रीवास्तव जी द्वारा राशन से संबंधित लम्बे समय से मिल रहीं शिकायतों पर स्वंय मामले को संज्ञान में लेकर मामले की जाँच करीं थी और जाँच के पश्चात सत्यता पाएं जाने पर रमदेइया कोटेदार पर 2 लाख 55 हजार रूपये का जुर्माना सहित पीडीएस दुकान को निरस्त करने का आदेश दिया था वहीं कोटेदारों द्वारा बचाव पक्ष पर जो दस्तावेज प्रस्तुत किये थे वे बारकी जाँच में फर्जी पाएं गए थे। परन्तु आज भी उसी व्यक्ति द्वारा राशन बांटे जाने पर लोगों द्वारा सरकार के कानून व्यवस्थाओं पर सवाल खड़े किये जा रहें हैं। जबकि रमदेइया सहकारी समिति हमेशा ही विवादित और सुर्खियों में रहा हैं फिर भी उन्हीं के द्वारा राशन वितरण करवाया जाना कहीं ना कहीं संदेह पैदा करता हैं। मामले पर हितग्राहियों द्वारा रीवा के नवागत कलेक्टर सहित कमिश्नर का ध्यान आकर्षित कराते हुए कार्यवाहीं की माँग करीं हैं।
कोटेदार द्वारा राशन कम देने का हितग्राहियों ने लगाया आरोप